ईशा फाउंडेशन के संस्थापक, सद्गुरु, एक योगी, दिव्यदर्शी और अलग तरह के आध्यात्मिक गुरु हैं। वे गहरे आध्यात्मिक अनुभव व व्यावहारिकता का अनोखा मेल हैं। उनका जीवन और उनके सेवा-कार्य इस बात की जीती-जागती मिसाल हैं कि आतंरिक विज्ञान किसी पुराने अतीत के गुप्त फिलॉसफी नहीं हैं, बल्कि यह एक समकालीन विज्ञान है, जो हमारे समय में बहुत ज्यादा प्रासंगिक है।